अगले 10 सालों में 9 करोड़ लोगों को नौकरी देने जा रही है ये तेजी से बढ़ती इंडस्ट्री

दुनियाभर में जब टेक और मैन्युफैक्चरिंग जैसी इंडस्ट्रीज़ में छंटनी की खबरें सामने आ रही हैं, वहीं ट्रैवल और टूरिज्म सेक्टर नई उम्मीद लेकर आया है। यह इंडस्ट्री आने वाले दशक में करोड़ों लोगों के लिए रोजगार के अवसर खोलने वाली है। वैश्विक स्तर पर की गई एक नई रिपोर्ट के अनुसार, यात्रा और पर्यटन क्षेत्र आने वाले दस वर्षों में 9 करोड़ से अधिक नौकरियां पैदा कर सकता है। यह खबर न केवल अर्थव्यवस्था के लिए बल्कि युवाओं के भविष्य के लिए भी एक सकारात्मक संकेत है।

वैश्विक अर्थव्यवस्था में ट्रैवल सेक्टर का योगदान

यात्रा और पर्यटन उद्योग पहले से ही दुनिया की अर्थव्यवस्था में एक मजबूत भूमिका निभा रहा है। महामारी के बाद इस सेक्टर ने जिस तेजी से वापसी की है, उसने सभी को चौंका दिया है। रिपोर्टों के अनुसार, 2024 में ट्रैवल और टूरिज्म सेक्टर का वैश्विक GDP योगदान करीब 10.9 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया, जो 2019 की तुलना में अधिक है। यह दर्शाता है कि लोग फिर से यात्रा पर खर्च करने लगे हैं और यह क्षेत्र तेजी से पुनर्जीवित हो रहा है।

रोजगार के नए अवसर और चुनौतियां

आने वाले वर्षों में ट्रैवल सेक्टर में रोजगार की मांग तेज़ी से बढ़ेगी। रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि 2035 तक यह इंडस्ट्री 9.1 करोड़ नई नौकरियां पैदा कर सकती है। इसका अर्थ है कि दुनिया में बनने वाली हर तीन नौकरियों में से एक नौकरी इस क्षेत्र से होगी। हालांकि, एक बड़ी चुनौती यह भी है कि इतने बड़े स्तर पर प्रशिक्षित कर्मचारियों की कमी हो सकती है। रिपोर्ट के अनुसार, 4.3 करोड़ से अधिक लोगों की कमी इस सेक्टर में देखने को मिलेगी, खासकर भारत, चीन और यूरोपीय देशों में।

भारत के लिए सुनहरा अवसर

भारत के लिए यह समय ट्रैवल और टूरिज्म में निवेश बढ़ाने का है। देश में पर्यटन स्थलों की विविधता, सांस्कृतिक धरोहर और बढ़ता इंफ्रास्ट्रक्चर इस सेक्टर को और भी मजबूत बना रहे हैं। अगर सरकार और निजी क्षेत्र मिलकर रोजगार प्रशिक्षण और डिजिटल टूरिज्म को बढ़ावा दें, तो भारत इस क्षेत्र में विश्व नेतृत्व हासिल कर सकता है। खास बात यह है कि ग्रामीण इलाकों में भी होमस्टे, इको-टूरिज्म और लोकल गाइडिंग जैसी सेवाओं से रोजगार बढ़ सकता है।

निष्कर्ष

कुल मिलाकर, ट्रैवल और टूरिज्म इंडस्ट्री दुनिया की अर्थव्यवस्था को गति देने के साथ-साथ करोड़ों लोगों को रोज़गार देने में भी अहम भूमिका निभाने वाली है। अगर श्रमबल की कमी, स्किल डेवलपमेंट और इंफ्रास्ट्रक्चर पर समय रहते ध्यान दिया गया, तो यह क्षेत्र आने वाले दशक में रोजगार और विकास का सबसे बड़ा केंद्र बन सकता है। इस सेक्टर में बढ़ते अवसरों को देखते हुए कहा जा सकता है कि आने वाले सालों में ट्रैवल इंडस्ट्री ही ग्लोबल इकोनॉमी की नई दिशा तय करेगी।

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